मोतिहारी (बिहार) : पूर्वी चम्पारण जिले के एक मात्र दलित आवासीय विद्यालय के हाल बदहाल हैं. जिले के सुगौली प्रखंड के सुगांव स्थित अंबेडकर आवासीय विद्यालय, सरकार एवं राजनेताओं की अनदेखी का शिकार है. महज चार माह के अंतराल में छात्र कुव्यवस्था के खिलाफ दो बार आमरण अनशन पर बैठे. इसके बावजूद स्थिति ज्यों की त्यों रही। छात्रों को समुचित सरकारी सुविधायें मयस्सर नहीं हो रहीं हैं. विद्यालय में शिक्षण कार्य हेतु पर्याप्त संख्या में शिक्षक भी नहीं हैं. छात्रों ने बताया कि अभी तक चालू सत्र की किताबें प्राप्त नहीं हुई हैं.
पिछले मई में कुव्यवस्था को लेकर छात्रों ने अनशन किया था, जिसके बाद बीडीओ, प्रशिक्षु आइ.ए.एस अधिकारी अमित कुमार ने विद्यालय पहुंचकर छात्रों से बात की. छात्रों ने उन्हें बताया कि उन्हें विगत दो वर्षों से पोशाक, पुस्तक, दवा तथा साफ-सफाई के लिए मिलने वाली राशि नहीं मिली है. बीडीओ कुमार ने प्रधानाध्यापक हरिशंकर तिवारी को निर्देश दिया था कि छात्रों को गर्मी की छुट्टी से पूर्व सरकार द्वारा प्रदत्त सभी सुविधायें मुहैय्या कराई जायें. आश्वासन पाकर छात्रों ने अनशन समाप्त किया था. मांगें नहीं माने जाने पर छात्रों को दुबारा अनशन करना पड़ा।
(फारवर्ड प्रेस के दिसम्बर 2014 अंक में प्रकाशित)
फारवर्ड प्रेस वेब पोर्टल के अतिरिक्त बहुजन मुद्दों की पुस्तकों का प्रकाशक भी है। एफपी बुक्स के नाम से जारी होने वाली ये किताबें बहुजन (दलित, ओबीसी, आदिवासी, घुमंतु, पसमांदा समुदाय) तबकों के साहित्य, सस्कृति व सामाजिक-राजनीति की व्यापक समस्याओं के साथ-साथ इसके सूक्ष्म पहलुओं को भी गहराई से उजागर करती हैं। एफपी बुक्स की सूची जानने अथवा किताबें मंगवाने के लिए संपर्क करें। मोबाइल : +917827427311, ईमेल : info@forwardmagazine.in