h n

फडऩवीस सरकार आंबेडकर का लंदन स्थित मकान खरीदेगी

महाराष्ट्र सरकार ने यह घोषणा की है कि वह लंदन में स्थित 2050 वर्गफिट का वह मकान खरीदेगी, जिसमें डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर 1921-22 में लंदन स्कूल ऑफ इकोनोमिक्स से पीएचडी करने के दौरान रहते थे

ambedkars-house-in-loondonमुंबई। महाराष्ट्र सरकार ने यह घोषणा की है कि वह लंदन में स्थित 2050 वर्गफिट का वह मकान खरीदेगी, जिसमें डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर 1921-22 में लंदन स्कूल ऑफ इकोनोमिक्स से पीएचडी करने के दौरान रहते थे। महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े ने यह घोषणा मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडऩवीस से परामर्श के बाद की। नंबर 10, किंग हैनरी रोड, एनडब्ल्यू-3 में स्थित इस मकान की कीमत 35 करोड़ रूपए है। तावड़े ने कहा कि आंबेडकर जयंती (14 अप्रैल) से यह मकान आमजनों के लिए खोल दिया जायेगा। सरकार को इस मकान के बिकाऊ होने की जानकारी मुंबई में रहने वाले उद्योगपति कल्पना सरोज के जरिये मिली। कल्पना सरोज ने अपनी लंदन यात्रा के दौरान इस मकान के दरवाजे पर ‘फॉर सेल’ का बोर्ड टंगा हुआ देखा। इसके बाद उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल से दिल्ली में मुलाकात की और महाराष्ट्र की पूर्व कांग्रेस व वर्तमान भाजपा सरकार से यह अनुरोध किया कि वह इस मकान को खरीद ले। कहने की आवश्यकता नहीं कि वे सरकार के इस निर्णय से बहुत प्रसन्न हैं। यह मकान शिक्षा का मंदिर है। यही वह स्थान है जहां रहकर बाबासाहेब आंबेडकर ने छ: वर्ष का पाठ्यक्रम केवल दो वर्षों में पूरा कर लिया था।

(फारवर्ड प्रेस के मार्च, 2015 अंक में प्रकाशित )


फारवर्ड प्रेस वेब पोर्टल के अतिरिक्‍त बहुजन मुद्दों की पुस्‍तकों का प्रकाशक भी है। एफपी बुक्‍स के नाम से जारी होने वाली ये किताबें बहुजन (दलित, ओबीसी, आदिवासी, घुमंतु, पसमांदा समुदाय) तबकों के साहित्‍य, सस्‍क‍ृति व सामाजिक-राजनीति की व्‍यापक समस्‍याओं के साथ-साथ इसके सूक्ष्म पहलुओं को भी गहराई से उजागर करती हैं। एफपी बुक्‍स की सूची जानने अथवा किताबें मंगवाने के लिए संपर्क करें। मोबाइल : +919968527911, ईमेल : info@forwardmagazine.in

लेखक के बारे में

एफपी डेस्‍क

संबंधित आलेख

पढ़ें, शहादत के पहले जगदेव प्रसाद ने अपने पत्रों में जो लिखा
जगदेव प्रसाद की नजर में दलित पैंथर की वैचारिक समझ में आंबेडकर और मार्क्स दोनों थे। यह भी नया प्रयोग था। दलित पैंथर ने...
राष्ट्रीय स्तर पर शोषितों का संघ ऐसे बनाना चाहते थे जगदेव प्रसाद
‘ऊंची जाति के साम्राज्यवादियों से मुक्ति दिलाने के लिए मद्रास में डीएमके, बिहार में शोषित दल और उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय शोषित संघ बना...
‘बाबा साहब की किताबों पर प्रतिबंध के खिलाफ लड़ने और जीतनेवाले महान योद्धा थे ललई सिंह यादव’
बाबा साहब की किताब ‘सम्मान के लिए धर्म परिवर्तन करें’ और ‘जाति का विनाश’ को जब तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने जब्त कर लिया तब...
जननायक को भारत रत्न का सम्मान देकर स्वयं सम्मानित हुई भारत सरकार
17 फरवरी, 1988 को ठाकुर जी का जब निधन हुआ तब उनके समान प्रतिष्ठा और समाज पर पकड़ रखनेवाला तथा सामाजिक न्याय की राजनीति...
जगदेव प्रसाद की नजर में केवल सांप्रदायिक हिंसा-घृणा तक सीमित नहीं रहा जनसंघ और आरएसएस
जगदेव प्रसाद हिंदू-मुसलमान के बायनरी में नहीं फंसते हैं। वह ऊंची जात बनाम शोषित वर्ग के बायनरी में एक वर्गीय राजनीति गढ़ने की पहल...