गढ़वा (झारखंड): झाविमो जिलाध्यक्ष मो. शाकिर, पूर्व मंत्री रामचंद्र केसरी तथा वीरेंद्र साह ने एक प्रेस बयान में कहा कि राज्य में जनता की अनदेखी की जा रही है और उद्योगपतियों को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिसे झाविमो कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि इस सरकार द्वारा, पूर्व सरकार की तरह, झारखंड के पढ़े-लिखे नवजवानों की अनदेखी करते हुए शिक्षकों की नियुक्ति की घोषणा से नवजवानों में आक्रोश है। बालू घाटों की नीलामी को निरस्त कर उन्हें ग्राम पंचायतों को सौंपा जाना चाहिए। बालू, सरकारी महकमों की अवैध कमाई का जरिया बन गयी है। जिले में धान खरीदी का एक भी केंद्र अभी तक नही खुलने से किसानों में आक्रोश है। किसान अपने धान को बाजार में औने-पौने दाम पर बेचने को मजबूर हैं।
(फारवर्ड प्रेस के मार्च, 2015 अंक में प्रकाशित )
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