गत 8 नवम्बर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा रु 500 और रु 1000 के नोटों को चलन से बाहर किये जाने की घोषणा के बाद से ही, आम आदमी नगदी के लिए हैरान-परेशान है। बैंकों में पुराने नोट बदलने और जमा करने के लिए लम्बी-लम्बी लाईनें लगीं हैं। एटीएम बंद पड़े हैं। जब भी उनमें नगदी रखी जाती है, ज़रा देर में वहां भारी भीड़ इकठ्ठा हो जाती है और कुछ ही घंटों में लोग उन्हें खाली कर देते हैं। यह तो हुई बड़े शहरों की बात। ग्रामीण भारत में हालात और ख़राब हैं जहाँ मीलों तक बैंक और एटीएम हैं ही नहीं।
दो युवाओं मंजुनाथ तलवार और अभिजीत खास्निस ने लोगों की परेशानी कुछ कम करने के लिए कुईकर वेबसाइट के साथ मिलकर केशनोकेश डॉट कॉम नामक वेबसाइट बनायी, जो नवंबर 12 को काम करने लगी। जल्दी ही उन्होंने इसी नाम से स्मार्टफ़ोनों के लिए ऐप भी जारी कर दिया। वेबसाइट और ऐप, एटीएम इस्तेमाल कर रहे लोगों द्वारा दी गयी जानकारी के आधार पर यह बतातीं है कि किस एटीएम में पैसा है और किस में नहीं और कहाँ कितनी बड़ी क़तार है। अगर आप यह जानना चाहते हैं कि किस एटीएम से आप रुपये 2, 500 पाने की उम्मीद रख सकते हैं, तो गूगल प्ले स्टोर से यह ऐप डाउनलोड करें, अपना पिनकोड टाइप करें और शुरू हो जायें।
इसके अलावा, पेटीएम, फ्रीचार्ज और मोबीक्विक जैसी ऑनलाइन सेवाएं भी उपलब्ध हैं, जिनसे आप नगदी पर अपनी निर्भरता कम कर सकते हैं। भारतीय रिज़र्व बैंक ने ऑनलाइन वॉलेट का उपयोग करने वालों के लिए लेनदेन की उच्चतम सीमा रु 10,000 प्रतिमाह से बढ़ा कर रु 20,000 प्रतिमाह कर दी है।
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