h n

रवीश कुमार को प्रथम कुलदीप नैयर पत्रकारिता पुरस्कार

इस वर्ष पत्रकारिता जगत में एक प्रतिष्ठित पुरस्कार योजना की शुरुआत गांधी शान्ति प्रतिष्ठान और कुलदीप नैयर के सहयोग से हुई है। इस वर्ष् यह पुरस्कार एनडीवी टीवी के रवीश कुमार को दिया जाएगा।

प्रथम कुलदीप नैयर पत्रकारिता पुरस्कार चर्चित पत्रकार रवीश कुमार को दिया जाएगा। सम्मान समारोह का आयोजन 19 मार्चए 2017 को नई दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में शाम 6 बजे आयोजित होगा। इस पत्रकारिता पुरस्कार की शुरूआत गांधी शांति प्रतिष्ठान व प्रतिष्ठित पत्रकार कुलदीप नैयर ने संयुक्त रूप से की है।

पुस्कार के लिए गठित संचालन समिति में  कुलदीप नैयर के अतिरिक्त गांधी शांति प्रतिष्ठान के अध्यक्ष कुमार प्रशांत, राजनीतिशास्त्री आशीष नंदी, जनसत्ता के पूर्व संपादक ओम थानवी, वरिष्ठ पत्रकार नीरजा चौधरी, संजय पारीख, रिजवान कैसर, प्रियदर्शन, अशोक कुमार, जयशंकर गुप्त, विजय प्रताप व फारवर्ड प्रेस के प्रबंध संपादक प्रमोद रंजन शामिल थे।

गांधी शान्ति प्रतिष्ठान और इस पुरस्कार योजना के सचिव अशोक कुमार ने बताया कि इस पुरस्कार योजना के तहत हर वर्ष भारतीय भाषाओं में काम करने वाले स्वतंत्रचेता, लोकतांत्रिक मूल्य व नागरिक अधिकार के लिए अपनी पत्रकारिता का इस्तेमाल करने वाले एक पत्रकार को हर वर्ष 1 लाख रुपये का पुरस्कार दिया जायेगा। कुलदीप नैयर ने इसके लिए बीज राशि दी है। उन्होंने कहा कि यह पुस्कार इस कारण विशिष्ट है क्योंकि इसे पत्रकारों द्वारा पत्रकारों को दिया जा जाएगा। इस मामले में यह पुरस्कार नया, अलग और अकेला है। गौरतलब है कि कुलदीप नैयर भारतीय पत्रकारिता के स्तंभों में से रहे हैं। वे इस सम्मान योजना के अगुआ रहे हैं तथा उन्होंने गांधी शांति प्रतिष्ठान को इस पुस्कार योजना के संयोजन-संचालन से जोड़ा तथा उसके बाद कई पत्रकार-लेखक मित्रों के सहयोग से यह योजना साकार हुई है।

उन्होंने बताया कि इस पुरस्कार के लिए भारतीय भाषा की पत्रकारिता के किसी भी माध्यम के पत्रकार पर विचार किया जा सकेगा।


फारवर्ड प्रेस वेब पोर्टल के अतिरिक्‍त बहुजन मुद्दों की पुस्‍तकों का प्रकाशक भी है। एफपी बुक्‍स के नाम से जारी होने वाली ये किताबें बहुजन (दलित, ओबीसी, आदिवासी, घुमंतु, पसमांदा समुदाय) तबकों के साहित्‍य, सस्‍क‍ृति व सामाजिक-राजनीति की व्‍यापक समस्‍याओं के साथ-साथ इसके सूक्ष्म पहलुओं को भी गहराई से उजागर करती हैं। एफपी बुक्‍स की सूची जानने अथवा किताबें मंगवाने के लिए संपर्क करें। मोबाइल : +919968527911, ईमेल : info@forwardmagazine.in

लेखक के बारे में

एफपी डेस्‍क

संबंधित आलेख

पुष्यमित्र शुंग की राह पर मोदी, लेकिन उन्हें रोकेगा कौन?
सच यह है कि दक्षिणपंथी राजनीति में विचारधारा केवल आरएसएस और भाजपा के पास ही है, और उसे कोई चुनौती विचारहीनता से ग्रस्त बहुजन...
महाराष्ट्र : वंचित बहुजन आघाड़ी ने खोल दिया तीसरा मोर्चा
आघाड़ी के नेता प्रकाश आंबेडकर ने अपनी ओर से सात उम्मीदवारों की सूची 27 मार्च को जारी कर दी। यह पूछने पर कि वंचित...
‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा में मेरी भागीदारी की वजह’
यद्यपि कांग्रेस और आंबेडकर के बीच कई मुद्दों पर असहमतियां थीं, मगर इसके बावजूद कांग्रेस ने आंबेडकर को यह मौका दिया कि देश के...
इलेक्टोरल बॉन्ड : मनुवाद के पोषक पूंजीवाद का घृणित चेहरा 
पिछले नौ सालों में जो महंगाई बढ़ी है, वह आकस्मिक नहीं है, बल्कि यह चंदे के कारण की गई लूट का ही दुष्परिणाम है।...
कौन हैं 60 लाख से अधिक वे बच्चे, जिन्हें शून्य खाद्य श्रेणी में रखा गया है? 
प्रयागराज के पाली ग्रामसभा में लोनिया समुदाय की एक स्त्री तपती दोपहरी में भैंसा से माटी ढो रही है। उसका सात-आठ माह का भूखा...