e n

हिंदी अनुवाद थोड़ी देर में पढ़ें।

हिंदी अनुवाद थोड़ी देर में पढ़ें।

 

 


फारवर्ड प्रेस वेब पोर्टल के अतिरिक्‍त बहुजन मुद्दों की पुस्‍तकों का प्रकाशक भी है। एफपी बुक्‍स के नाम से जारी होने वाली ये किताबें बहुजन (दलित, ओबीसी, आदिवासी, घुमंतु, पसमांदा समुदाय) तबकों के साहित्‍य, संस्कृति  व सामाजिक-राजनीति की व्‍यापक समस्‍याओं के साथ-साथ इसके सूक्ष्म पहलुओं को भी गहराई से उजागर करती हैं। एफपी बुक्‍स की सूची जानने अथवा किताबें मंगवाने के लिए संपर्क करें। द मार्जिनालाज्ड प्रकाशन, इग्नू रोड, दिल्ली से संपर्क करें। मोबाइल : +919968527911, ईमेल : info@forwardmagazine.in

About The Author

T. Thamarai Kannan

Periyarite social activist T. Thamarai Kannan is the editorial convener of Kaattaaru: Tamil Publication on Scientific Culture. His organization also publishes the Tamil monthly ‘Kaattaaru'.

Related Articles

अनिश्चितता के दौर में क्रिसमस लाया है उम्मीद, प्यार और खुशियों का संदेश
जैसे दो हजार साल से ज्यादा समय पहले चरवाहों को ईसा मसीह के जन्म का अहसास हुआ था, उसी तरह मुझे भी उस जन्म...
पंजाब में अकाली दल-बसपा गठबंधन : दल मिले, दिल नहीं
नए कृषि कानूनों से जाट-सिक्ख खफा हैं और उनके गुस्से का खामियाजा शिरोमणि अकाली दल को भुगतना पड़ रहा है। पंजाब की एक-तिहाई आबादी...
आरएसएस से धर्मनिरपेक्षता की राजनीति के सहारे नहीं लड़ा जा सकता
धर्मनिरपेक्षता की राजनीति आरएसएस के लिए सबसे आसान है। हालांकि इस स्थिति के निर्माण के लिए उसने लंबे समय से राजनीतिक अभियान चलाया है...
लिखने होंगे सलाखों के पीछे झुलसते बहुजनों की कहानियां
यह भारत की एक ऐसी सच्चाई है जिस पर शायद ही कभी विचार किया गया हो। बहुजन समाज के उत्पीड़न में पुलिस की भूमिका,...
बिहार चुनाव : दूसरे चरण के मतदान के बाद दलित-बहुजनों ने कर दिया इशारा
बिहार में दो चरण के मतदान हो चुके हैं। सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के अपने दावे हैं। लेकिन बिहार के दलित-बहुजनों ने किस...