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जम्मू में सवर्णों के लिए पृथक श्मशान शेड, दलितों ने जताया विरोध

पाकिस्तान द्वारा सीजफायर और आतंकवादियों के हमले संबंधी खबरों के कारण सुर्खियों में रहने वाले जम्मू-कश्मीर में हिंदुत्व की राजनीति का नया चेहरा सामने आया है। जम्मू से भाजपा के सांसद जुगल किशोर शर्मा सवर्णों के लिए अलग से श्मशान शेड बनवा रहे हैं :

पिछले वर्ष उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्मशान का मसला उठाया था। उनके बताये रास्ते पर एक कदम और चलते हुए भाजपा के एक सांसद ने सवर्णों के लिए अलग श्मशान शेड बनवाने की पहल की है। मामला जम्मू जिले के बिश्नाह तहसील की है।

जम्मू के बिश्नाह तहसील के चुनिया ब्राह्म्ण गांव में सवर्णों के लिए बन रहा अलग श्मशान

गौरतलब है कि जाति को खत्म करने की बात कहने वाले जहां एक ओर उत्तर भारत के सुदूर इलाके में सवर्णों के लिए श्मशान शेड बनवा रहे हैं तो दूसरी ओर पिछले वर्ष दक्षिण भारत के राज्य कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में ब्राह्म्णों के लिए विशेष कालोनी बनायी गयी थी। जाति के आधार पर संस्थानों का नामकरण और उनके वर्चस्व का उदाहरण बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में भी दिखता है जहां भूमिहार-ब्राह्म्ण कॉलेज है। इस कॉलेज को सरकार की मान्यता भी हासिल है।

सवर्णों के लिए अलग शेड बनवाने वाले जम्मू के सांसद जुगल किशोर शर्मा

बात जम्मू में सवर्णों के लिए पृथक श्मशान की। स्थानीय पूर्व नंबरदार तिलक राज के मुताबिक बिश्नाह तहसील के चुनिया ब्राह्मण गांव में ब्राह्मण और दलित जाति के लोग लगभग बराबर की संख्या में वास करते हैं। यहां पूर्व से एक श्मशान है। यहां 2016 में नेशनल कांफ्रेंस के विधायक की अनुशंसा पर एक शेड का निर्माण कराया गया था। इसका इस्तेमाल सभी जातियों के लोग करते थे। लेकिन स्थानीय सांसद जुगल किशोर शर्मा संसदीय क्षेत्र विकास निधि से इस गांव में एक और श्मशान बनवा रहे हैं। इसकी शुरूआत बीते 18 फरवरी को की गयी। इसका इस्तेमाल केवल ऊंची जातियों के लोग कर सकेंगे। उल्लेखनीय है कि इसके लिए तीन लाख रुपए की राशि आवंटित की गयी है। जबकि श्मशान स्थल पर पूर्व में एक शेड है। पूर्व के शेड से नये निर्माणाधीन शेड की दूरी केवल 20 फीट है।

भाजपा सांसद द्वारा बनवाये जा रहे नये श्मशान शेड को लेकर गांव के दलितों में आक्रोश है। स्थानीय पूर्व सरपंच मनोहर लाल मोट्टोन के मुताबिक भाजपा सांसद आरएसएस की उस नीति का अनुसरण कर रहे हैं जिसके आधार पर वे जीते जी लोगों को जाति के आधार पर बांटते ही हैं, अब मरने के बाद भी बांटने की साजिश कर रहे हैं। यह इंसानियत को बांटने की भाजपा द्वारा की जा रही साजिश है।

श्मशान स्थल पर पूर्व में बना शेड

वहीं ऑल इन्डिया कनफेडरेशन ऑफ एससी, एसटी एंड ओबीसी के प्रांतीय संयोजक आर कल्सोत्रा ने इस मामले को लेकर अपना विरोध व्यक्त किया है। उन्होंने बताया कि भारत के संविधान में सभी एक समान हैं। लेकिन भाजपा सांसद लोगों में जाति के आधार पर बांटने का प्रयास कर रहे हैं। यह भारतीय संविधान का उल्लंघन है। इस संबंध में कल्सोत्रा ने स्थानीय जिलाधिकारी राजीव रंजन से मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन सौंपा।

बहरहाल इस मामले में पूछने पर भाजपा सांसद जुगल किशोर शर्मा ने फारवर्ड प्रेस को दूरभाष पर बताया कि उनके पास उनके संसदीय क्षेत्र के लोग बड़ी संख्या में अपनी समस्याओं को लेकर आते हैं। संसदीय क्षेत्र विकास निधि योजना के प्रावधानों के तहत संरचनात्मक विकास के लिए अपनी अनुशंसा देना मेरी नैतिक जिम्मेवारी है। शर्मा के मुताबिक वे नहीं जानते हैं कि उनके द्वारा अनुशंसित  किस योजना को लेकर उनके उपर आरोप लगाया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि वे जाति के आधार पर किसी योजना की अनुशंसा नहीं करते हैं। वहीं इस संबंध में स्थानीय प्रखंड विकास पदाधिकारी नाजिया चौधरी के मुताबिक जब जुमियन ब्राह्म्णा गांव के लोगों ने एक ही जगह पर एक अलग शेड बनवाने की मांग के संबंध में आवेदन दिया तो उन्होंने उसे जिलाधिकारी के कार्यालय को भेज दिया था।


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