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जल्द रिलीज होगी विभाजन की त्रासदी के चितेरे मंटो पर बनी फिल्म

हिंदी साहित्य में देश का बंटवारा महत्वपूर्ण विषय रहा है। सआदत हसन मंटो ने भी बंटबारे की त्रासदी को अपने कथा साहित्य का विषय बनाया था। उनकी कई कहानियाें पर अश्लीलता का आरोप भी लगा और मामला अदालत तक पहुंचा था। अब मंटो के जीवन पर एक बायोपिक फिल्म रिलीज होने जा रही है। एक खबर :

“मंटो” एक ऐसे लेखक की जिंदगी पर बनी फिल्म है जिसने बंटवारे की भीषण तस्वीर को अपनी कहानियों के ज़रिये दुनिया के सामने लाने का साहस किया था। इस फिल्म के ट्रेलर को देश की आज़ादी के 72वें वर्षगांठ यानी 15 अगस्त 2018 को रिलीज़ किया गया। यूट्यूब पर इस ट्रेलर को बहुत पसंद किया जा रहा है।

सआदत हसन मंटो बंटवारे के समय के लेखक रहे। उन्होंने अपने लिखे को अपनी सोच से तरह पिरोया था कि सब सोचने पर मजबूर हो गए। हालांकि उनकी कई कहानियों पर ‘अश्लील’ होने का आरोप लगाकर मुकदमा भी चलाया गया, लेकिन वे साबित नहीं किये जा सके।

सआदत हसन मंटो पर बनी फिल्म का पोस्टर (दायें) व फिल्म की निर्देशक नंदिता दास अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी और अभिनेत्री रासिका दुगल के साथ

इस फिल्म के ट्रेलर को दो ही दिन में 40 लाख से ज्यादा लोग देख चुके है। मंटो के किरदार में नवाज़ुद्दीन अपनी संवाद शैली से सबका दिल जीत रहे हैं । ट्रेलर में मंटो के जीवन और बंटवारे के दर्द को बयान किया गया है। फिल्म में उन लम्हों को दिखाने की कोशिश की गयी है जब एक धर्म के लोग दूसरे धर्म के खून के प्यासे हुए जा रहे थे।

‘मंटो’ को बहुत जल्द सिनेमा घरों में भी रिलीज़ किया जाएगा। बस अब देखने वाली बात यह है कि अपनी कहानियों से सबके दिलों पर छा जाने वाले मंटो पर बनी यह फिल्म दर्शकों के दिलों पर राज कर पाती हैं या नहीं।

(कॉपी संपादन : एफपी डेस्क)


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असद शेख

असद शेख दिल्ली विश्वविद्यालय से पत्रकारिता की पढ़ाई करने के बाद स्वतंत्र पत्रकार के रूप में विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं के लिए स्वतंत्र लेखन में सक्रिय हैं

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