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नहीं बढ़ेगी आईआईटी की फीस : जावड़ेकर

आईआईटी से इंजीनियरिंग की पढ़ाने करने की इच्छा रखने वाले युवाओं के लिए अच्छी खबर। हाल ही में आईआईटी द्वारा बीटेक पाठ्यक्रम के लिए फीस बढ़ाने का निर्णय लिया गया था। लेकिन अब केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर फीस नहीं बढ़ाने की बात कही है। बता रहे हैं वीरेंद्र यादव :

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) की संचालन समिति की 52वीं बैठक केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर की अध्‍यक्षता में हुई। इसमें बीटेक पाठ्यक्रम में भारतीय छात्रों की फीस नहीं बढ़ाने का निर्णय लिया गया, जबकि विदेशी छात्रों की फीस बढ़ाने के संबंध में निर्णय के लिए आईआईटी की संचालन समिति को अधिकृत कर दिया गया।

बैठक के बाद श्री जावड़ेकर ने बताया कि आईआईटी पाल नामक ऐप को ‘स्वयं’ पोर्टल से जोड़ दिया गया है। इसमें जेईई परीक्षा के लिए छात्रों को इसमें वीडियो, लेक्चर, टूटोरिअल्स आदि डाल दिये गये हैं, ताकि छात्रों को कोचिंग इंस्टीट्यूट का सहारा न लेना पड़े। सरकार द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार, बैठक में लिये गये फैसलों में कहा गया है कि अब आईआईटी पांच इंजीनियरिंग कॉलेजों के साथ-साथ पांच स्कूलों को भी गोद लेंगे और वे वहां के शिक्षकों तथा छात्रों को प्रशिक्षित करेंगे।

आईआईटी दिल्ली

बैठक में यह भी फैसला हुआ कि आईआईटी एडवांस की परीक्षा प्रणाली में किसी तरह का कोई परिवर्तन नहीं किया जायेगा। आईआईटी दिल्ली, आईआईटी हैदराबाद और आईआईटी तिरुपति सभी आईआईटी के बुनियादी ढांचा परिसर के निर्माण का कार्य देखेंगे। इसके अलावा सभी आईआईटी में टेक फेस्ट होंगे, जिनमें नये आविष्कारों और नवाचारों को प्रदर्शित किया जाएगा। उसमें कारपोरेट जगत के मुख्य कार्यकारी अधिकारी भाग लेंगे।

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर

साथ ही आईआईटी की एमटेक में खाली सीटों के बारे में फैसला सार्वजनिक प्रतिष्ठानों के प्रबंधकों के साथ बैठक के बाद लिया जायेगा, क्योंकि एम टेक के छात्र इन प्रतिष्ठानों में नौकरी करने लगते हैं, जिनसे सीटें खाली हो जाती हैं। बैठक में गैर शिक्षक कर्मचारियों के मामले को संचालन समिति खुद निपटायेगी, लेकिन सरकार द्वारा समय-समय पर जारी दिशा निर्देशों के तहत ही कोई फैसला लिया जायेगा।

(कॉपी संपादन : एफपी डेस्क)


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फारवर्ड प्रेस, हिंदुस्‍तान, प्रभात खबर समेत कई दैनिक पत्रों में जिम्मेवार पदों पर काम कर चुके वरिष्ठ पत्रकार वीरेंद्र यादव इन दिनों अपना एक साप्ताहिक अखबार 'वीरेंद्र यादव न्यूज़' प्रकाशित करते हैं, जो पटना के राजनीतिक गलियारों में खासा चर्चित है

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