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संसद मार्ग पर जुटी भीम आर्मी, सरकार को ललकारा

भीम आर्मी के अध्यक्ष विनय रतन सिंह ने कहा है कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने राजनीतिक दुर्भावना से ग्रस्त होकर चंद्रशेखर रावण पर रासुका लगाकर जेल में बंद कर रखा है। उन्होंने चेताया कि जबतक चंद्रशेखर रावण को रिहा नहीं किया जाएगा आंदोलन जारी रहेगा। फारवर्ड प्रेस की खबर :

बीते 19 अगस्त 2018 को भीम आर्मी के सदस्य संसद मार्ग पहुंचे और केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार को ललकारा। चंद्रशेखर रावण जिंदाबाद और मोदी-योगी की सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाये गये। साथ ही बाबा साहब भीम राव आंबेडकर के विचारों पर चलते हुए आंदोलन को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया गया। इस मौके पर अपने संबोधन में भीम आर्मी के अध्यक्ष विनय रतन सिंह ने कहा कि चंद्रशेखर रावण पर रासुका इसलिए लगाया गया है क्योंकि उन्होंने मनुवाद पर चोट किया। उन्होंने कहा कि राजनीतिक पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत जेल में बंद किये गये चंद्रशेखर आजाद, शब्बीरपुर के प्रधान शिवकुमार व भीम आर्मी मुजफ्फरनगर के अध्यक्ष उपकार बावरा के उपर से जब तक रासुका हटाया नही जाएगा तबतक योगी सरकार के खिलाफ असहयोग आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि हम शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, पर्यावरण जैसे क्षेत्रो में सामाजिक बदलाव की धारा को मजबूत करेंगे तथा निजीकरण की नीतियों का विरोध हर स्तर पर करेंगे।

चंद्रशेखर को सीएम बनायें मायावती तो हम बनायेंगे उन्हें पीएम

इस मौके पर अपने संबोधन में विजय कुमार जाटव ने कहा कि यदि राम वालों की सरकार बन सकती है तो भीम आर्मी की सरकार क्यों नही बन सकती। उन्होंने बीजेपी को ललकारते हुए कहा कि इससे पहले कि तुम संविधान बदलो हम तुम्हारी सरकार बदल देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि जातियां पेड़ो व जीव जंतुओं में पायी जाती है, इन्सानों में नही। इंसानों में जातियां मनुवादियों ने बनाई है। उन्होंने कहा कि यदि मायावती उत्तर प्रदेश का अगला मुख्य मंत्री चंद्रशेखर रावण को बनाने का आश्वासन दें तो हमें उनको केंद्र की सत्ता में पहुंचाने में मदद देने से कोई गुरेज न होगा। एडवोकेट जयप्रकाश गौतम ने कहा कि यदि मंदिरों और मठों मे शक्ति होती तब आदित्य नाथ मंदिर छोड़कर मुख्यमंत्री नही बनते।

संसद मार्ग पर जुटे भीम आर्मी के सदस्य

इससे पहले कार्यक्रम के दौरान भीम आर्मी द्वारा 2 अप्रैल 2018 को आहूत भारत बंद की घटना में शहीदों की याद किया गया। उनके परिजनों को भारत का संविधान व बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर की मूर्ति देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम मे शहीद विमल प्रकाश की पत्नी, शहीद दीपक के पिता, शहीद राकेश के पिता, शहीद आकाश के भाई, शहीद प्रदीप के पिता, शहीद अमरेश के पिता, शहीद सचिन वालिया की माता, शहीद गोपी के पिता व शहीद पवन सहगल एवम् शहीद जसवंत के परिजन उपस्थित रहे।

बहुजन विमर्श को विस्तार देतीं फारवर्ड प्रेस की पुस्तकें

कार्यक्रम के अंत में सभी लोगों ने संकल्प लिया कि वे जाति विहीन, शोषण विहीन, अत्याचार मुक्त मनुवाद मुक्त पूंजीवाद मुक्त भारत के निर्माण के लिए हमेशा प्रयत्न करेंगे तथा इन मनुवादियों, पूँजीपतियों की सरकार दुबारा नही बनने देंगे। साथ ही यह भी संकल्प लिया गया कि हम देश के कोने-कोने में जाकर बहुजनों पर अत्याचार करने वाली सरकार के खिलाफ जागरूकता फैलाएंगे।  मंच का संचालन एडवोकेट सुजीत सम्राट ने किया।

(कॉपी संपादन : एफपी डेस्क)


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लेखक के बारे में

जय गोविंद सिंह

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