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रणक्षेत्र बना जेएनयू, कई घायल, नवनिर्वाचित अध्यक्ष ने लगायी जान बचाने की गुहार

यह पहला मौका है जब जेएनयू कैंपस में छात्र संघ चुनाव को लेकर हिंसा हुई है। इस बार लोकतांत्रिक मूल्यों की धज्जियां भी खूब उड़ीं। चुनाव प्रचार के दौरान भी असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल किया गया। चुनाव परिणाम आने के बाद हालात इस कदर बदले कि नवनिर्वाचित अध्यक्ष को जान बचाने के लिए पुलिस से गुहार लगानी पड़ी

जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव 2018 का परिणाम वामपंथी खेमे के उम्मीदवारों के पक्ष में आने के बाद 17 सितंबर 2018 की सुबह करीब तीन बजे कैंपस रणक्षेत्र में बदल गया। हालांकि इससे पहले जब मतों की गिनती हो रही थी तभी तनातनी इस कदर बढ़ गयी थी कि विश्वविद्यालय प्रशासन को सुरक्षा व्यवस्था बढ़ानी पड़ी थी। लेकिन जिस भिड़ंत को टालने के लिए यह कवायद की गयी थी, वह धरी की धरी रह गयी और लेफ्ट व अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों के बीच मारपीट हो गई। इस घटना में दोनों तरफ से कई छात्र घायल हुए हैं और दोनों तरफ से एक-दूसरे के खिलाफ थाने में मामला दर्ज कराया गया है। जेएनयू छात्र संघ के नव निर्वाचित अध्यक्ष एन. साई बालाजी ने पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगायी है।

वहीं इस मामले में वसंत कुंज थाना के एसएचओ ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रबंधन, छात्रों और शिक्षकों से चर्चा की गयी है। उन्होंने बताया कि स्थिति काबू में है और पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हुए हैं। हालांकि उन्होंने इस घटना के लिए जिम्मेवार किसी के गिरफ्तारी की सूचना नहीं दी।

जेएनयू छात्र संघ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष एन. साई बालाजी

इससे पहले मामला दर्ज कराने वसंत कुंज थाना पहुंचे जेएनयू छात्र संघ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष एन. साई बालाजी ने बताया कि एबीवीपी के सौरभ शर्मा ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। उन्होंने यह भी कहा कि कैंपस में एबीवीपी के सदस्य लाठी-डंडे लेकर बवाल करने को आमादा हैं। उन्होंने बताया कि एबीवीपी के खिलाफ मामला दर्ज करा दिया गया है।

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वहीं एबीवीपी के प्रतिनिधि सौरभ शर्मा ने कहा है कि मारपीट लेफ्ट के छात्रों ने की। उनके मुताबिक सुबह तीन से पांच बजे के बीच लेफ्ट के छात्र जीत के नशे में चूर होकर विभिन्न हॉस्टलों में जाकर मारपीट करने लगे। मारपीट के क्रम में यह धमकी भी दी गयी कि अब वे जीत गये हैं तो एबीवीपी को बाहर कर देंगे। बाद में सौरभ शर्मा ने फेसबुक पर एक पोस्ट जारी किया जिसमें उन्होंने धमकी दिये जाने की बात कही है। इस पोस्ट में एक पत्र की प्रति उपलब्ध करायी गयी है। देवनागरी लिपि में लिखा यह पत्र चेन्नई से उन्हें भेजी गयी है।

सौरभ शर्मा द्वारा जारी पत्र जिसमें उन्हें धमकी दिये जाने की बात कही गयी है

जेएनयू में हुई इस मारपीट की खबर सोशल मीडिया के जरिए जंगल में लगी आग की तरह फैली। एबीवीपी के आरोप खारिज करते हुए एन. साई बालाजी ने फेसबुक वॉल पर दो वीडियो जारी किया। अपने संदेश में उन्होंने लिखा, “एबीवीपी की गुंडागर्दी के सबूत के रूप में दो वीडियो हैं। एक वीडियो में यह देखा जा सकता है कि किस तरह सौरभ शर्मा उस पीसीआर वैन को रोक रहे हैं, जिसमें मैं सुरक्षा मांग रहा था। जबकि दूसरे वीडियो में अभिनय नामक छात्र को एबीवीपी के छात्रों द्वारा झेलम हॉस्टल के गेट पर मारा पीटा जा रहा है।”

मारपीट में घायल एबीवीपी छात्र की तस्वीर

इस पोस्ट से करीब 4 घंटे पहले बालाजी ने एक और पोस्ट किया था जिसमें उन्होंने घटना को विस्तार में बताया। उनके अनुसार – “आज एबीवीपी के छात्रों ने विभिन्न हॉस्टलों में घुस-घुसकर मारपीट की। मुझे सतलज हॉस्टल में एक घटना की जानकारी मिली। छात्रसंघ का अध्यक्ष निर्वाचित होने के नाते मैं वहां गया और मैं पवन मीणा की सुरक्षा सुनिश्चित करना चाहता था जिनके उपर एबीवीपी के छात्रों ने लाठी-डंडे से हमला किया था। सौरभ शर्मा और उनके साथी उन सभी को पीट रहे थे जो पवन मीणा के मित्र थे। यह सब चल ही रहा था कि झेलम हॉस्टल के गेट पर पूर्व छात्र अभिनय के साथ मारपीट की सूचना मिली। जानकारी मिली कि सुरक्षा प्रहरियों की मौजूदगी में एबीवीपी के छात्रों ने जेएनयू में मॉब लिंचिंग की घटना को अंजाम देने की कोशिश की। हम अभिनय को बचाने दौड़े। अभिनय को गंभीर चोटें आईं। उन्हें एम्बुलेंस से अस्पताल भेजा गया।”

(कॉपी संपादन : सिद्धार्थ)


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