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अब भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की पढ़ाई, आईआईटी हैदराबाद बना देश का पहला संस्थान

विज्ञान के नये क्षेत्र आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी कृत्रिम बुद्धिमत्ता का प्रवेश हो चुका है। अब भारत में भी इसकी पढ़ाई की जा सकेगी। आईआईटी, हैदराबाद देश का पहला संस्थान बन गया है, जिसने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की पढ़ाई के लिए पूर्णकालिक बी-टेक प्रोग्राम शामिल किया है

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी), हैदराबाद आगामी शैक्षणिक वर्ष (2019-2020) से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई, कृत्रिम-तकनीकी बुद्धिमत्ता) में पूर्ण बी-टेक कार्यक्रम शुरू करेगा। यह एआई में पूर्णकालिक बी-टेक प्रोग्राम की पेशकश करने वाला पहला भारतीय शैक्षणिक संस्थान है।

इससे पहले अमेरिका के कार्नेगी मेलन विश्वविद्यालय और मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) इस विषय पर समकक्ष पाठ्यक्रम शुरू कर चुके हैं। आईआईटी, हैदराबाद यह पाठ्यक्रम शुरू करने वाला विश्व का तीसरा शैक्षणिक संस्थान है।

पाठ्यक्रम में 20 विद्यार्थियों को जेईई-एडवांस्ड  के स्कोर के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा।

आईआईटी, हैदराबाद परिसर

इंडियन एक्सप्रेस में 17 जनवरी को प्रकाशित एक खबर के अनुसार, आईआईटी हैदराबाद के एआई विभाग द्वारा पढ़ाए जाने वाले विषयों में कंप्यूटर विज्ञान विभाग से एल्गोरिदम, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग से सिग्नल प्रोसेसिंग तथा मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग से रोबोटिक्स और गणित (फाउंडेशन) की विशेषज्ञता को शामिल किया जाएगा।

आईआईटी, हैदराबाद में रोबोटिक्स का अध्ययन करते विद्यार्थी

पाठ्यक्रम  के तहत जन-स्वास्थ्य व कृषि क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की सम्भावनाओं से भी विद्यार्थियों को परिचित करवाया जाएगा।

इसके अलावा, एआई और इससे संबंधित अन्य प्रौद्योगिकियों के मानव-जीवन पर नैतिक प्रभाव जैसे कि गोपनीयता, पूर्वाग्रह जैसे मुद्दे भी इस पाठ्यक्रम के मुख्य घटक होंगे।


(कॉपी संपादन : एफपी डेस्क)


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