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बग्घी पर सवार दलित दुल्हन को देख भड़के राजपूत, पिता और भाई पर जानलेवा हमला

ब्राह्मणवादी पितृसत्ता के नशे में चूर दबंग राजपूतों से यह बर्दाश्त नहीं हुआ कि एक दलित लड़की बग्घी पर सवार होकर गांव से गुजरे। दबंगों ने लड़की और उसके परिजनों पर जानलेवा हमला किया। इस घटना में उसके पिता और भाई सहित तीन लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए

देश में दलितों के उत्पीड़न की घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। कल 20 फरवरी 2019 को राजस्थान के चितौड़गढ़ में एक दलित लड़की देवकन्या की बिंदोली (शादी की एक रस्म) बग्घी पर निकाले जाने पर भड़के राजपूत जाति के लोेगों ने सरिया, लाठियों और ईंट-पत्थरों से लड़की के परिजनों पर हमला बोल दिया। इस घटना में उसके पिता परसा राम और बड़े भाई शिवलाल सहित तीन लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए। दबंग राजपूतों से यह सहन नहीं हुआ कि एक दलित लड़की की बिंदोली शाही बग्घी पर निकले और उन्होंने दलितों पर हमला बोल दिया।

इस घटना में लड़की के पिता और भाई दोनों गंभीर रूप से जख्मी हैं और आज 21 फरवरी को ही उसकी शादी है। उसके परिजनों की चिंता है कि ऐसे में बारात में आने वालों का स्वागत कैसे होगा और विवाह के अन्य रस्म कौन निभाएगा?

हालांकि, इस संबंध में जब पीड़ितों ने स्थानीय सदर थाना में रणजीत सिंह और उसके छह साथियों के नाम नामजद एफआईआर दर्ज करवाई, तब जाकर पुलिस सक्रिय हुई। आरोपियों में गुर्जर जाति का आरोपी भी शामिल है। खबर लिखे जाने तक पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। साथ ही पीड़ित परिवार के यहां शादी समारोह को देखते हुए चार-पांच की संख्या में पुलिमकर्मी तैनात कर दिए गए हैं; ताकि राजपूत बिरादरी के लोग शादी में खलल न डाल सकें।

घटना में घायल लड़की के पिता परसा राम

दुल्हन के बड़े भाई रमेश ने फोन पर फारवर्ड प्रेस को बताया कि कि रात में 11-12 बजे के बीच वे लोग अपनी बहन देवकन्या की बिंदोली निकाल रहे थे। बिंदोली गांव में ही आधा किलोमीटर की दूरी तय करके वापस लौट आती, लेकिन इससे पहले ही राजपूत समुदाय के 7-8 युवकों ने उन पर हमला कर दिया। उस वक्त बग्घी में दुल्हन और कुछ अन्य महिलाएं बैठी हुई थीं। साथ ही बग्घी के आगे पीछे चल रहे लोग भी लाठी और ईंटों के लगने से घायल हुए हैं। दुल्हन के पिता परसा राम के सिर में चोट लगी है। उनके सिर में पांच टांके लगे हैं और वे अभी चित्तौड़ सांवरिया हॉस्पिटल में इलाजरत है। उनकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने साफ कह दिया है कि वे आज शादी में शामिल नहीं हो पाएंगे।

पीड़ित परिवार द्वारा पुलिस को दी गई लिखित सूचना

इसके अलावा दुल्हन के बड़े भाई शिवलाल जो कि 60 प्रतिशत तक विकलांग हैं, उन्हें भी हमलावरों ने अपनी बर्बरता का शिकार बनाया। उनका भी सिर फूट गया है और वह भी गंभीर अवस्था में भर्ती हैं। इसके अलावा एक अन्य युवक नाथूराम का सिर भी फूट गया है और उनका इलाज चल रहा है। बग्घी में बैठी कई औरतों को भी गंभीर चोटें आई हैं। हमलावरों ने बग्घी वाले को भी बहुत मारा-पीटा है। बाद में इन युवकों ने उनके घर में घुसकर महुलाओं के साथ बदतमीजी की और जाति सूचक गालियां दीं।

घोड़ी पर सवार एक दलित दुल्हन (फाइल फोटो)

जबकि, रमेश के एक हाथ में फैक्चर हुआ है। रमेश बताते हैं कि आज बहन के फेरे के लिए बारात आनी है और हम सब अपने टूटे-फूटे हाथ, पांव, सिर लिए कराह रहे हैं। रमेश यह भी बताते हैं कि हमलावरों में सभी के चेहरे तो नहीं पहचान सके, पर सभी हमलावरों की उम्र 20-25 वर्ष के बीच है।

(कॉपी संपादन : प्रेम/एफपी डेस्क)


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सुशील मानव

सुशील मानव स्वतंत्र पत्रकार और साहित्यकार हैं। वह दिल्ली-एनसीआर के मजदूरों के साथ मिलकर सामाजिक-राजनैतिक कार्य करते हैं

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