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पुलवामा हमला : भारतीय नेताओं की संलिप्तता की अफवाहें झूठी

अमेरिका में बैठे अवि दांडिया नामक शख्स ने ऑडियो क्लिप जारी कर सनसनी फैला दी कि पुलवामा आतंकी हमले में भारत के शीर्ष नेताओं का हाथ था। तथ्य बताते हैं कि उसके द्वारा जारी ऑडियो क्लिप फर्जी है

बीते 1 मार्च 2019 को अवि दांडिया ने फेसबुक लाइव के जरिए यह बताया कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी 2019 को जो आतंकी हमला हुआ वह भाजपा के षडयंत्र का परिणाम था।

इस संबंध में अल्ट न्यूज नामक वेबसाइट ने खबर प्रकाशित की है।

इसके मुताबिक, अपनी बात साबित करने के लिए उसने एक ऑडियो क्लिप भी सुनाया। इस ऑडियो क्लिप में उसके मुताबिक गृह मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने एक अज्ञात महिला से बातचीत की। दोनों (राजनाथ सिंह और अमित शाह) उस महिला से जवानों के काफिले पर विस्फोट कराने को कहते हैं।

यह भी पढ़ें : खुली छूट का मतलब क्या है प्रधानमंत्री जी? सीआरपीएफ के पूर्व कमांडेंट ने पूछा सवाल

बताते चलें कि अवि दांडिया नामक यह शख्स अमेरिका में रहता है और फेसबुक और ट्विटर आदि पर सक्रिय है। इसके फॉलोअर्स की संख्या लाखों में है। इसने ‘मोहब्बत के दंगे’ नामक एक वेबसाइट बना रखा है।

अवि दांडिया की तस्वीर

जाहिर तौर पर यह इसलिए भी हुआ क्योंकि अवि दांडिया ने पुलवामा आतंकी हमले को भाजपा नेताओं की साजिश का परिणाम बताया।

इतना ही नहीं, अवि दांडिया के फेसबुक लाइव को आधार पर बनाकर पाकिस्तानी मीडिया ने खबर बनाकर सनसनी फैलाने की कोशिश की। इनमें डेली कैपिटल, द पोस्ट, डिफेंस और सियासत आदि पाकिस्तानी न्यूज पोर्टल शामिल हैं।

खबर लिखे जाने तक[1] अवि दांडिया के उपरोक्त फेसबुक लाइव को 23 लाख बार देखा गया है। साथ ही 45 हजार से अधिक लाेगों ने कमेंट और 1 लाख 16 हजार 107 लोगों ने शेयर किया है।

अवि दांडिया के ऑडियो क्लिप के बारे में आरिफ खान ने 2 मार्च 2019 को ट्विटर के जरिए अलर्ट किया। उन्होंने लिखा कि अवि दांडिया ने जो ऑडियो क्लिप जारी किया है, वह फेक है और कृत्रिम तरीके से बनाई गई है। अपने तथ्य की पुष्टि के लिए आरिफ खान ने 22 फरवरी 2019 को इंडिया टुडे द्वारा जारी वह वीडियो जारी किया जिसमें पुलवामा हमले के बाद राजनाथ सिंह अपनी बात रख रहे हैं।

(कॉपी संपादन : एफपी डेस्क)

[1] (3 मार्च 2019, 4:00 PM)


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