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कोरोना से निपटने को क्या हैं भारत सरकार के इंतजाम?

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्द्धन के मुताबिक दिल्ली के राममनोहर लोहिया अस्पताल व सफदरजंग अस्पताल में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के इलाज के लिए खास इंतजाम किया गया है। वहीं अन्य राज्यों में भी सरकारों ने उपाय के दावे किए हैं। लेकिन भारत में स्वास्थ्य सुविधाओं और दवाओं की पहुंच एक बड़ा सवाल है। जैगम मुर्तजा की खबर

दुनिया भर में कोरोना वायरस (कोविड-19) के एक लाख से ज़्यादा मामले सामने आ चुके हैं। अब तक 3491 से ज़्यादा लोग इस ख़तरनाक वायरस का शिकार बनकर अपनी जान गंवा चुके हैं। इनमें 2959 लोगों की मौत अकेले चीन के हुबेई प्रांत में हुई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक भारत में अबतक कोरोना वायरस से संक्रमित 31 लोगों की पहचान हुई है। इनमें 15 भारतीय व 16 विदेशी नागरिक हैं। हालांकि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्द्धन के मुताबिक भारत सरकार ने इस बीमारी के निपटने की पुख्ता तैयारी की है।  

मसलन, कोरोना वायरस के बढ़ते ख़तरे के मद्देनज़र देश के 21 एयरपोर्ट पर आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है। तमाम यात्रियों की स्वास्थ्य जांच के अलावा सैंपल लेकर लैबोरेट्री जांच भी कराई जा रही है। देश के अलग अलग हिस्सों में मरीज़ों की जांच और इलाज की व्यवस्था की जा रही है। 

एयरपोर्ट और सीमाओं पर विशेष नजर

डॉ. हर्षवर्धन के मुताबिक़ देश भर में तेईस सौ से ज़्यादा उड़ान जांच के दायरे में हैं। चीन, ईरान, इंग्लैंड, इटली जैसे देशों से आने वाले यात्रियों पर विशेष नज़र रखी जा रही है। नेपाल से जुड़े बॉर्डर पर भी स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई है। साथ ही एक कॉल सेंटर भी शुरु किया गया है, जहां कोरोना वायरस को लेकर शिकायत और सुझाव दर्ज कराए जा सकते हैं। लोग 24 घंटे में किसी भी समय 011-23978046 पर कॉल करके अपनी समस्याएं बता सकते हैं और कोरोना वायरस से जुड़ी जानकारी ले सकते हैं। सरकार का दावा है कि शुरुआत से ही कोरोना वायरस के ख़तरे से निपटने के लिए ज़रुरी क़दम उठा लिए गए थे।

वहीं फारवर्ड प्रेस ने डॉ. हर्षवर्द्धन द्वारा बताए गए उपरोक्त दूरभाष संख्या पर कोरोना वायरस से संबंधित जानकारी हासिल करने का प्रयास किया। परंतु, आधे घंटे तक प्रयास के बावजूद संपर्क न हो सका। हालांकि यह इस वजह से भी मुमकिन है कि उपरोक्त दूरभाष संख्या को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारिक वेबसाइट पर भी जारी किया गया है और इस वजह से देश भर से लोग कोरोना के संबंध में जानकारी हेतु प्रयासरत हों। परंतु, इससे इनकार नहीं किया जा सकता है कि मौजूदा माहौल में सरकार को अनेक हेल्पलाइन नंबर जारी करने चाहिए ताकि लोग जरूरत के समय उपयोग कर सकें। 

दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कोरोना वायरस की स्क्रीनिंग का जायजा लेते केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्द्धन

वहीं सरकार का दावा है कि उसने एहतियात के तौर पर चीन और इसके पड़ोसी देशों के नागरिकों के लिए ई-वीज़ा की सुविधा 2 फरवरी को ही निलंबित कर दी थी। 15 जनवरी के बाद चीन गए तमाम यात्रियों को लोगों से अलग निगरानी में रखने की एडवायज़री जारी कर दी गई थी। देश भर में 15 लेबोरट्री में कोरोना वायरस से जुड़े टेस्ट की सुविधा मौजूद है। इसके अलावा केंद्र सरकार ने मास्क की कालाबाज़ारी से निपटने के लिए ज़रुरी क़दम उठाने का भी दावा किया है।

राजधानी दिल्ली में है यह खास इंतजाम

दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में सुपर स्पेश्यलिटी ब्लॉक को कोरोना वायरस संक्रमित लोगों को आइसोलेशन में रखने की व्यवस्था की गई है। इसी इमारत में एक और तल को आकस्मिक स्थित से निपटने के लिए स्टैंडबाई मोड में रखा गया है। दिल्ली के ही राम मनोहर लोहिया अस्पताल में 32 बेड की आइसोलेशन सुविधा की व्यवस्था की गई है। राम मनोहर लोहिया अस्पताल को कोविड-19 से निपटने के लिए नोडल सेंटर बनाया गया है। इसके अलावा मानेसर और चावला के आईटीबीपी सेंटर में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों को रखने की व्यवस्था की गई है। यहां क़रीब आठ सौ मरीज़ों को रखा जा सकता है।

दिल्ली के राममनोहर लोहिया अस्पताल में 32 बेड की आइसोलेशन सुविधा

सफदरजंग अस्पताल के सामुदायिक चिकित्सा विभाग के प्रमुख डॉ. जुगल किशोर के मुताबिक़ दिल्ली के निजी अस्पतालों से भी आइसोलेशन सुविधाएं बढ़ाने के लिए कहा गया है ताकि ज़रुरत पड़ने पर मरीज़ों को भर्ती किया जा सके। इधर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा है कि राज्य सरकार ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए राजधानी में 230 बेड की आइसोलेशन सुविधा की व्यवस्था की है। दिल्ली के 25 अस्पतालों में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों को भर्ती करने की व्यवस्था है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दावा किया है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। राज्य क्षेत्र में साढ़े तीन लाख एन-95 श्रेणी के मास्क और आठ हज़ार पीपीई किट (पर्सनल प्रोटेक्टिव किट) की व्यवस्था की गई है। दिल्ली के स्कूलों में कोरोना वायरस के संक्रमण से जुड़ी जानकारी और बचाव के तरीक़े बताने के लिए विशेष कार्यक्रम चलाया जा रहा है।

अन्य राज्य भी अलर्ट, सैनिक अस्पतालों में भी खास तैयारी

इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिख कर कोरोना वायरस से निपटने के लिए ज़रुरी तैयारियां करने को कहा है। इस बीच मिज़ोरम में विदेश से लौटे 41 भारतीयों के संक्रमण की शंका के मद्देनज़र विशेष निगरानी में आइसोलेशन में रखा गया है।

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरोना वायरस संक्रमण के ख़तरे के बीच होली पर विशेष अहतियात की बात की है। पंजाब सरकार ने कोविड-19 संक्रमण को महामारी का दर्जा दिया है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा है कि कोरोना वायरस के ख़तरे से निपटने के लिए राज्य में ज़रूरी एहतियात बरती जा रही है और सरकार इससे निपटने के लिए तमाम अस्पतालों में व्यवस्था कर रही है। तेलंगाना सरकार ने केंद्र से एन-95 मास्क की आपूर्ति सुनिश्चित करने की मांग की है। इधर सेना ने अपने अस्पतालों में अहतियात के तौर पर देश भर में क़रीब पंद्रह सौ बेड की आइसोलेशन सुविधा तैयार की है।

महाराष्ट्र में सौ से ज़्यादा मरीज़ों को आइसोलेट किया गया है। राज्य सरकार ने कहा है कि बिना डॉक्टर के पर्चे के किसी दुकान पर मास्क नहीं बेचा जा सकता। पुणे ज़िला प्रशासन ने तमाम होटल और लॉज मालिकों से कहा है कि किसी भी विदेशी नागरिक की बीमारी की सूचना प्रशासन को तुरंत दी जाए। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन यानि डब्लूएचओ ने कहा है कि वो केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, स्वास्थ्य एजेंसियों और तमाम राज्यों सरकारों से साथ समन्वय बनाए हुए है। डब्लूएचओ के भारत प्रमुख हेंक बेकेदम के मुताबिक़ भारत में ज़ोर इस बीमारी से संक्रमण की स्क्रीनिंग, जांच, पहचान, आइसोलेशन और प्रबंधन पर है।

सवाल फिर भी शेष

हालांकि इस सबके बावजूद कोरोना वायरस संक्रमण का ख़तरा कम नहीं हुआ है। महामारियों के कुप्रबंधन का इतिहास, अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाओँ की कमी, डाक्टर और संसाधनों से जूझती बदहाल ग्रामीण सुविधाओं के बीच लोगों की चिंताएं वाजिब हैं। इसके अलावा ग़रीब तबक़ों की स्वास्थ्य सुविधाओं तक पहुंच और ज़रुरी दवाओं की कमी भी चिंता में इज़ाफा करती हैं।

कोविड-19 से बचने को स्वयं भी करें ये उपाय 

बहरहाल, कोरोना वायरस से बचने के लिए जरूरी है कि इसके लक्षणों को जानें। इससे पीड़ित को खांसी, तेज ज्वर, सांस लेने में तकलीफ होती है। यह भी जानें कि कोविड-19 यह एक खास तरह का वायरस है जो त्वचा के संपर्क में आने से फैलता है। इसलिए जरूरी है कि बाजार, दफ्तर आदि से घर आने पर कम से कम 20 सेकेंड तक साबुन से अपने दोनों हाथ अच्छी तरह से धोएं। घर से बाहर रहने के दौरान भी विशेष तौर पर सजग रहें कि अपने चेहरे को हाथ से न स्पर्श करें। साथ ही भीड़ वाले इलाके में जाने से परहेज करें। यदि पहले से ही खांसी की समस्या हो तो एन-95 मास्क का उपयोग जरूर करें।

(संपादन : नवल/अनिल)

लेखक के बारे में

सैयद ज़ैग़म मुर्तज़ा

उत्तर प्रदेश के अमरोहा ज़िले में जन्मे सैयद ज़ैग़़म मुर्तज़ा ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से लोक प्रशासन और मॉस कम्यूनिकेशन में परास्नातक किया है। वे फिल्हाल दिल्ली में बतौर स्वतंत्र पत्रकार कार्य कर रहे हैं। उनके लेख विभिन्न समाचार पत्र, पत्रिका और न्यूज़ पोर्टलों पर प्रकाशित होते रहे हैं।

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