सन् 1990 के दशक में दो महत्वपूर्ण राजनैतिक परिघटनाएं घटित हुईं, मंडल और कमंडल। मंडल अभियान का उद्देश्य था सामाजिक न्याय की स्थापना जबकि कमंडल (या राममंदिर) अभियान का उद्देश्य था धार्मिक अन्याय की खिलाफत। राममंदिर आन्दोलन के कर्ताधर्ताओं का तर्क रहा भले ही दक्षिणपंथी धार्मिक रहे हों परन्तु उनके इस तर्क में दम दिखता था कि चूंकि मुस्लिम आक्रान्ताओं और शासकों ने राम के जन्मस्थान पर निर्मित मंदिर सहित कई हिन्दू मंदिरों को नष्ट किया था, अतः आधुनिक धर्मनिरपेक्ष भारत में हिन्दुओं द्वारा उन स्थानों पर दावा करने में कुछ भी गलत नहीं है।