छत्तीसगढ़ की यात्रा के दौरान अंकिता आनंद ने वहां की स्वास्थ्य सुविधाओं की टोह ली है। उन्होंने बताया है कि कैसे आदिवासी समाज के लोग आज भी अपने स्वास्थ्य के लिए कथित तौर पर सभ्य समाज की चिकित्सकीय प्रणाली के बजाय पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली पर विश्वास करते हैं