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यह आशंका गैरवाजिब नहीं है कि नई शिक्षा नीति से शिक्षा केवल पैसे वालों के लिए रह जाएगी। गरीब-गुरबे, जिनमें से अधिकांश दलित,आदिवासी और पिछड़े वर्गों के हैं, शिक्षा से वंचित हो जाएंगे। बता रहे हैं आशीष रंजन
आशीष रंजन बता रहे हैं बाबू किराय मुसहर के बारे में जो 1952 में हुए प्रथम आम चुनाव में भागलपुर-पूर्णिया संयुक्त सुरक्षित लोकसभा क्षेत्र से विजयी हुए थे। उनके मुताबिक, समाजवादी विचारधारा के बाबू किराय मुसहर, डॉ. आंबेडकर और डॉ. लोहिया के विचारों से प्रभावित थे और उन्होंने आजीवन वंचितों को हक-अधिकार दिलाने के लिए संघर्ष किया