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हिमाचल प्रदेश के दुर्गम घाटी पांगी में रहने वाले विभिन्न जनजातियों के लोगों ने चुनाव बहिष्कार का निर्णय लिया है। उनका कहना है कि चैहणी सुरंग नहीं बनने के कारण वे लोग छह माह तक शेष दुनिया से कटे रहते हैं
Forward Press also publishes books on Bahujan issues. Forward Press books shed light on the widespread problems as well as the finer aspects of Bahujan (Dalit, OBC, Adivasi, Nomadic, Pasmanda) society, culture, literature and politics
बीते सितंबर माह में हिमाचल में भारी बर्फबारी में लगभग 150 से 200 भेड़पालक जिला कांगड़ा के दुर्गम क्षेत्र बड़ा भंगाल की पहाड़ियों में करीब डेढ़ माह तक फंसे रहे। डेढ़ महीने बाद सरकारी तंत्र को उनकी याद आई और उन्हें रेस्क्यू कर बचा लिया गया है। फारवर्ड प्रेस की खबर
बीते दिनों खुबसूरत लाहौल स्पिति इलाके का मंजर भयावह था। हजारों जिंदगियां फंसी थीं। राज्य सरकार और सेना की सक्रियता के कारण छह दिनों तक चलाये गये रेस्क्यू आपरेशन में 4580 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। अब वहां जनजीवन सामान्य होने लगा है। बी. आनंद की खबर :
दलित नेता केदार सिंह जिंदान की निर्मम हत्या को लगभग 20 दिन बीत चुके हैं, लेकिन प्रदेश की भाजपा सरकार ने जो आश्वासन दिया था वह अभी तक पूरा नहीं होने से हिमाचल के लोगों में काफी आक्रोश है। इसी सिलसिले में दलित शोषण मुक्ति मंच, सीटू, माकपा समेत अनेक संगठनों ने प्रदेशभर में सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। फारवर्ड प्रेस की रिपोर्ट :
हिमाचल प्रदेश में ओबीसी प्रमाण-पत्र सिर्फ एक साल वैध माना जाता है, जिसके चलते इस समुदाय के लोगों को हर साल नया प्रमाण-पत्र बनवाने के लिए बहुत सारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। ओबीसी महासभा ने प्रमाण-पत्र की वैधता 5 वर्ष करने की मांग की है। बी. आनंद की रिपोर्ट :
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भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान, शिमला के नये निदेशक जेएनयू में अंग्रेजी के प्रो. मकरंद आर. परांजपे होंगे। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त प्रो. परांजपे की पहचान अच्छे समालोचक, कहानीकार और चिंतक के रूप में रही है। बी. आनंद की खबर :
हिमाचल प्रदेश के एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग के प्रशिक्षित बेरोजगारों ने राज्य सरकार को चेताया है। उनका कहना है कि सरकार रोजगार ही नहीं देना चाहती है। बड़ी संख्या में पद रिक्त पड़े हैं। उनकी मांग है कि बैकलॉग खत्म कर रिक्त पदों के विरूद्ध भर्तियां की जाय। बी. आनंद की रिपोर्ट
The second Kuldeep Nayyar Journalism Award for outstanding contribution to journalism will be presented in October this year. Interested journalists have until 31 August to file nominations. B. Anand reports
पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले पत्रकारों को कुलदीप नैयर पत्रकारिता सम्मान 2018 की घोषणा हो चुकी है। गांधी शांति प्रतिष्ठान द्वारा स्थापित व संचालित इस सम्मान के लिए पत्रकारों से सीधे प्रविष्टियां 31 अगस्त तक मांगी गयी है। बी. आनंद की खबर :