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सदाचारी कौन है? इस सवाल का जवाब जोतीराव फुले ने अपनी पुस्तक ‘सार्वजनिक सत्य धर्म’ में तैंतीस नैतिक शिक्षाओं के जरिए दिया है। उन्होंने ऐसे समाज की परिकल्पना की जिसमें सभी व्यक्तियों को स्वतंत्रता और समानता का अधिकार हो
Like Mahatma Buddha, Kabir and Nanak, Jotirao Phule took key initiatives to make possible a life of dignity and an egalitarian society. Phule criticised the inherent hypocrisies of Hindu society with respect to industry and goodness
महात्मा बुद्ध, कबीर एवं नानक के जैसे जोती राव फुले ने समाज में समानता और सम्मान के साथ जीवन के अधिकार के लिए कई महत्पूर्ण पहल किया था। वे हिंदू धर्म में निहित पाखंडों की आलोचना करते थे। लेकिन उनकी आलोचना के केंद्र में कर्म और गुण महत्वपूर्ण था। बता रहे हैं श्रीभगवान ठाकुर :