प्रेमकुमार मणि बता रहे हैं अशोक के बारे में। उनके मुताबिक, अशोक ने भारतवर्ष के लिए क्या कुछ विशेष किया, यह तय करना मुश्किल है। हाँ, बौद्ध धर्म के विकास और प्रचार-प्रसार में उसकी भूमिका उल्लेखनीय जरूर कही जाएगी। हालांकि वह इतना धर्म-केंद्रित हो चुका था कि अपने राजनैतिक कर्तव्यों की उसने उपेक्षा की