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जातिगत जनगणना की मांग के प्रति अपराधबोध पालने की कतई ज़रूरत नहीं है। यह तो हमारे देश की अपार संभावनाओं के द्वार खोलने की कुंजी है। बता रहे हैं प्रो. जी. माेहन गोपाल