More than ever, students from the historically deprived sections of Indian society are entering the campuses for higher education. But, as Ritu found out, a struggle and little or no empathy await them there
हाल ही में जब बॉलीवुड कलाकार सुशांत सिंह राजपूत ने खुदकुशी की तो सोशल मीडिया से लेकर बौद्धिक गलियारों तक लोग मानसिक स्वास्थ्य को लेकर बहस करते दिखे। लेकिन उनकी यह संवेदना उस वक्त कहां गायब हो जाती है जब विश्वविद्यालयों में मानसिक प्रताड़ना के शिकार दलित-बहुजन होते हैं? आपबीती बता रही हैं रितु
Not long ago, Madhubani painting was an upper-caste domain. The 1960s drought in Bihar led to the art becoming a commercial proposition and then a Dalit and an EBC women took the plunge, creating their own subgenre
मधुबनी चित्रकला पर शुरू से ही उच्च जातियों का एकाधिकार रहा है. सन् 1960 के दशक में बिहार में पड़े अकाल ने इस कला को व्यवसाय में बदल दिया, जिसके बाद से दलित और अति पिछड़ी जातियों की महिलाओं ने इसे अपनाया और इस पर अपनी विशिष्ट छाप छोड़ी
-मधुबनी चित्रकला पर शुरू से ही उच्च जातियों का एकाधिकार रहा है. सन् 1960 के दशक में बिहार में पड़े अकाल ने इस कला को व्यवसाय में बदल दिया, जिसके बाद से दलित और अति पिछड़ी जातियों की महिलाओं ने इसे अपनाया और इस पर अपनी विशिष्ट छाप छोड़ी