खेती-किसानी में बदलावों के अलावा सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक व आर्थिक बदलावों के कारण पश्चिमी उत्तर प्रदेश की आबोहवा बदली है। सतेन्द्र कुमार इन बदलावों के संदर्भ में उन कारणों का भी विश्लेषण कर रहे हैं जिनके कारण जाटों और मुसलमानों के बीच एकता बढ़ी है और किसानों का आंदोलन मजबूत हुआ है