बीते 15 अगस्त 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में भविष्य की योजनाओं पर कम और पूर्व की योजनाओं का ज्यादा ब्यौरा पेश किया। कृषि सिंचाई योजना को लेकर भी उन्होंने बड़े दावे किये, जबकि भौतिक उपलब्धि उनके दावे पर कई सवाल खड़े कर रही है। शैलेश की रिपोर्ट :