वर्ष 1980 में बीपी मंडल के नेतृत्व में दूसरे पिछड़ा वर्ग आयोग की रपट राष्ट्र को समर्पित करने और 1990 में तत्कालीन प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह द्वारा मंडल आयोग की अनुशंसाओं को लागू किए जाने के बाद से देश के सभी पिछड़े वर्ग के लोग खुद को ओबीसी मानते हैं और लिखते हैं, ना कि ‘शुद्र’। बता रहे हैं विनोद कुमार