शब्बीरपुर के बहाने पूरे देश में यह सन्देश गया है कि अब अनुसूचित जाति के लोग पूरे सामाजिक सम्मान, समानता, गरिमा और गौरव के साथ जीना चाहते हैं। सरकारी नौकरियों से लेकर विभिन्न निर्वाचन में आरक्षण, राज्य और केंद्र के ठेके में आरक्षण, पेट्रोल पंप और गैस के डीलरशिप में आरक्षण, आर्थिक उदारीकरण, परिवहन, मीडिया आदि सबने मिलकर इनके सम्मान और समानता की चाहत को भौतिक आधार प्रदान किया है