मराठा खुद को आरक्षित वर्ग में शामिल करने का विरोध करते रहे हैं, क्योंकि वे खुद को उच्च जाति का मानते रहे हैं। भले ही उच्च जातियां उन्हें शूद्र मानती रही हों।अब उन्होंने आरक्षित वर्ग में शामिल होने के लिए संघर्ष शुरू कर दिया है। यह हिंसक शक्ल अख्तियार कर चुका है। आखिर इसकी वजह क्या है? बता रहें हैं, बापू राऊत