भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास की रफ्तार अत्यन्त धीमी पड़ गई है। छोटे-मझोले उद्योग बन्द हो रहे हैं, बेरोजगारी बेतहाशा बढ़ती जा रही है, सामाजिक तनाव गहरे हो रहे हैं, अन्य समस्याएं सुलझने की जगह उलझती जा रही हैं, इसके कारणों का विश्लेषण कर रहे हैं, पंकज बिष्ट :