हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने एससी-एसटी के लिए आरक्षण में क्रीमीलेयर का प्रावधान किए जाने की बात हाल ही में कही है। इसका विरोध पार्टी के अंदर भी हुआ है। यदि ऐसा हुआ तो दलित-बहुजनों का समाज बंटेगा। भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सूरजभान कटारिया से कुमार समीर की बातचीत के प्रमुख अंश :
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दबे-कुचले लोगों को मुख्यधारा से जोड़ना आरक्षण का मुख्य उद्देश्य रहा है और इसलिए ही संविधान में इसकी व्यवस्था की गई है। अभी इसका उद्देश्य पूरा नहीं हुआ है इसलिए इस व्यवस्था को मजबूत कर इसे जारी रखने की जरूरत है। प्रस्तुत है पूर्व केंद्रीय मंत्री व हरियाणा प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष कुमारी शैलजा से फारवर्ड प्रेस के प्रतिनिधि कुमार समीर की हुई बातचीत का संपादित अंश :
जाति आधारित जनगणना होनी चाहिए। अगर जाति आधारित जनगणना होती है तो उससे यह जो आरक्षण वाला मुद्दा है या जातियों के राजनीतिकरण का विषय है, उसमें से जो कूड़ा-कड़कट आ गया है, उसका सफाया हो जाएगा। फारवर्ड प्रेस से बातचीत में राम बहादुर राय
राम बहादुर राय वरिष्ठ पत्रकार हैं। सियासी गलियारे में उनकी उपस्थिति मायने रखती आयी है। वर्तमान में वे इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के निदेशक हैं। मौजूदा नरेंद्र मोदी सरकार से जुड़े मसलों और अतीत से उठ रहे सवालों को लेकर फारवर्ड प्रेस के प्रतिनिधि कुमार समीर ने उनसे खास बातचीत की
साफ़-साफ़ शब्दों में कहें तो बसपा प्रमुख मायावती के भाई आनंद की गर्दन पर लटकी सीबीआई की तलवार की वजह से यह गठबंधन टूटा। सपा और बसपा के बीच गठबंधन एक सफल प्रयोग था जिसे खत्म कर दिया गया। फारवर्ड प्रेस से विशेष बातचीत में उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर
The chief of the Suheldev Bharatiya Samaj Party says the SP-BSP alliance collapsed only because of the CBI’s sword hanging over the head of Mayawati’s brother Anand. Talking to Forward Press, he termed the alliance a successful experiment
भाजपा के कद्दावर दलित नेता प्रो. संजय पासवान इन दिनों चर्चा में हैं। उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग की है कि वे इस बार भाजपा को सरकार चलाने दें। फारवर्ड प्रेस से बातचीत में उन्होंने इसका कारण बताया है और साथ ही यह भी कहा कि ओबीसी की तरह दलितों में भी उपवर्गीकरण हो ताकि आरक्षण का लाभ केवल एक जाति के लोगों को न मिले
फारवर्ड प्रेस से बातचीत में प्रकाश आंबेडकर बता रहे हैं कि सरकारी विभागों में आउटसोर्सिंग के जरिए दलित-बहुजनों के हक की हकमारी हो रही है। समान काम के लिए असमान वेतन गैरसंवैधानिक है
In conversation with FORWARD Press, Prakash Ambedkar says that outsourcing of jobs by the government departments is encroaching upon the rights of Dalitbahujans and that ‘equal work, unequal pay’ is unconstitutional
आरिफ मोहम्मद खान का मानना है कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 का लाभ केवल अभिजात्य वर्ग को ही मिलता था। आम लोगों को इससे कोई फायदा नहीं था। इस साक्षात्कार में उन्होंने तीन तलाक और मांब लिंचिंग जैसे अन्य ज्वलंत मुद्दों पर भी अपनी राय रखी है:
राजद नेता शिवानंद तिवारी का मानना है कि पिछड़ी जातियों में जागृति आई है। इस वर्ग के लोगों ने पढ़ाई-लिखाई शुरू कर दी है जिससे उनकी माली हालत ठीक होती जा रही है, वहीं सवर्ण अभी भी ऐंठन में हैं और काम करने से भागते हैं। इस कारण वे गरीब हो रहे हैं। दिल्ली में रविदास मंदिर का तोड़ा जाना उनकी जलन का परिणाम है
लद्दाख के सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल के मुताबिक 2012 में उन्होंने राजनीति भाजपा के स्थानीय दफ्तर में सबसे निचले पद पर काम करके शुरू की। महज 34 वर्ष के इस युवा सांसद को उम्मीद है कि लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश के रूप में विकास की नयी पटकथा लिख सकेगा जिसके लिए उसे अबतक वंचित रखा गया। नामग्याल से फारवर्ड प्रेस के प्रतिनिधि कुमार समीर की विशेष बातचीत