डॉ. आंबेडकर ने अंग्रेजी में ‘वेटिंग फॉर वीजा’ नाम से अपनी आत्मकथा लिखी थी। इसे अमेरिका के कोलंबिया विश्वविद्यालय में पढ़ाया जाता है। हिंदी पाठकों के लिए अंग्रेजीे से इसका हिंदी अनुवाद सविता पाठक ने किया है। डॉ. आंबे़डकर के 62वें महापरिनिर्वाण दिवस (6 दिसंबर) पर प्रस्तुत है, यह आत्मकथा