हिरामन कहते हैं कि कोरवा भाषा शब्दकोश बनाने के पीछे उनका मकसद था कि कोरवा भाषा का उत्थान। इसके लिए बचपन से कोरवा भाषा के जिन शब्दों का संग्रह किया था, उसे पुस्तकाकार दिया। बता रहे हैं विशद कुमार
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विशद कुमार बता रहे हैं झारखंड और ओडिशा के सीमावर्ती जिलों में रहने वाली सबर आदिम जनजाति के बारे में। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार राज्य में इस जनजाति की आबादी मात्र 9,898 रह गई थी। उनके मुताबिक यह स्थिति राज्य सरकार की इस जनजाति के प्रति उपेक्षा का नतीजा है
झारखंड के पलामू जिले के विभिन्न इलाकों में परहिया आदिम जनजाति के करीब पांच हजार लोग बचे हैं। हाल ही में एक गांव में टीबी के कारण छह लोगों की हालत गंभीर हो गई। जब उन्हें इलाज के लिए सरकारी अस्पताल ले जाया गया तब चिकित्सकों ने इनके इलाज में कोताही बरती। अब वे बेमौत मरने को मजबूर हैं। विशद कुमार की रिपोर्ट
विशद कुमार बता रहे हैं झारखंड के सुदूर गुमला और लातेहार के पठारी इलाकों में रहने वाले असुर आदिम जनजाति के लाेगों के द्वारा शुरू किए गए सामुदायिक रेडियो के बारे में। ये वही हैं जिन्हें हिंदू धर्म ग्रंथों में खलनायक बताया गया है। जबकि वे भी अन्य सभी के जैसे इंसान हैं और अपने अस्तित्व बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं
झारखंड में आठ आदिम जनजातियों के लोग रहते हैं जिनकी आबादी दिनोंदिन घटती जा रही है। विकास के पैमाने पर अत्यंत पिछड़ी इन जनजातियों में एक समुदाय परहिया भी है। लेकिन बागवानी ने इनके जीवन को नया आयाम दिया है। फारवर्ड प्रेस की खबर :
The Parahiyas are one of the eight primitive tribes of Jharkhand that are on the verge of extinction. Now, this Adivasi community has adopted horticulture as the means for comprehensive socio-economic change and is seeing the results too
झारखंड के गुमला जिले में दो दिनों के अंदर दो युवतियों ने खुदकुशी कर ली है। दोनों घटनायें एक ही मुहल्ले की हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार दोनों मामले संदिग्ध हैं। लेकिन पुलिस इन्हें खुदकुशी की सामान्य घटनाएं मान रही है। फारवर्ड प्रेस की खबर :
Forward Press also publishes books on Bahujan issues. Forward Press books shed light on the widespread problems as well as the finer aspects of Bahujan (Dalit, OBC, Adivasi, Nomadic, Pasmanda) society, culture, literature and politics