पद्मश्री गंगाधर पानतावणे मराठी दलित साहित्य के अग्रिम पंक्ति के साहित्यकार व विचारक रहे। गरीबी व अन्य विषमताओं के बावजूद उन्होंने आंबेडकर के मार्ग पर चलते हुए उनके विचारों को आगे बढ़ाया। बीते 26 मार्च 2018 को उनका निधन हो गया। उन्हें याद कर रहे हैं मोहनदास नैमिशराय :