संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 2010 में एक रिपोर्ट पेश की थी, जिसमें भारत में 1987 से 2003 तक 2 हजार 556 महिलाओं को डायन या चुड़ैल कह कर मार देने की बात कही गई थी। एक दूसरी रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 2011 में 240, 2012 में 119, 2013 में 160 हत्याएं अंधविश्वास के नाम पर की गर्इं। दुखद यह है कि इसे बढ़ाने में वे भी बड़ी भूमिका निभा रहे हैं जो विज्ञान की कमाई खाते हैं। बता रहे हैं संजीव खुदशाह :