बाकू के खुशनुमा वातावरण में हमारी थकान पलक झपकते हवा हो चुकी थी। हम तुरंत बाहर निकल गए। बाकू शहर को छूता हुआ कैस्पियन सागर है। उसके पीछे एक ऊंची पहाड़ी। पहाड़ी के शिखर पर कामरेड किरोव की भव्य मूर्ति लगी है। समुद्र की तरफ हाथ उठाए। ठीक उसी मुद्रा में जैसे वे भाषण दिया करते थे