28 सितंबर, 2017 को लोकेश सोरी ने छत्तीसगढ़ ही नहीं, पूरे भारत में इतिहास रचा था। वे मानते थे कि बहुजनों के अपने सांस्कृतिक अधिकार हैं। उन्होंने महिषासुर और रावण वध करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। उनकी पहली पुण्यतिथि पर लोगों ने उनके आंदोलन को जारी रखने का संकल्प लिया