जोतीराव फुले और डॉ. आंबेडकर दोनों का संघर्ष अपने समाज के अलावा समय के साथ भी है. अतएव बिना उनके इतिहास को जाने, बगैर उस समय की पड़ताल किए उनके योगदान को समझ पाना असंभव है
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