जिज्ञासु के अनुसार कुछ सुधारवादी हिंदू संगठनों ने चमारों को ‘सूर्यवंशी चॅंवर-क्षत्रिय’ बताने का प्रयास किया था। यह इसी तरह का प्रयास था, जिस तरह का आर्यसमाज ने मेहतर समुदाय को रामायण के रचनाकार कवि वाल्मीकि से जोड़कर वाल्मीकि बना दिया। बता रहे हैं कंवल भारती