हिंदू कोड बिल स्त्री अधिकारों की दावेदारियों का क़ानूनी घोषणा पत्र था। लेकिन डॉ. आंबेडकर के इस कोड बिल का सादन से लेकर बाहर तक पुरज़ोर विरोध किया गया था। यहां तक कि हिंदी नवजागरण काल की चर्चित पत्रिका ‘आर्य-महिला’ ने भी विषवमन किया था। बता रहे हैं सुरेश कुमार