संघ-भाजपा हिंदुत्ववाद के नए नायक के रूप में पंडित दीनदयाल उपाध्याय को पेश करने का अभियान चला रही हैं। उनके हिंदुत्ववादी और वर्ण-जाति समर्थक विचारों को ढंक कर उन्हें दलित-बहुजनों के नायक के रूप में भी प्रस्तुत करने की कोशिश की जा रही है, इस झूठ का पर्दाफाश कर रहे हैं, सुभाष गताडे