चरित्र और ‘कालिंग’, दोनों का संबंध ईश्वर ने हमें किस इरादे से बनाया, उसने हमारे लिए क्या सपना देखा है, उसे खोजना और उसकी पूर्ति करना है। यह तुम्हारे अस्तित्व के अन्तरतम की खोज, उसकी संरक्षा और उसका पोषण करना है। यह, वह बनने का प्रयास है, जिसके लिए तुम इस पृथ्वी पर आयी हो