महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस गहरे संकट में घिर गए हैं। कहां उन्हें उनकी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने ‘बिहार फतह’ की कमान सौंपी थी, अब उनके ही गृह राज्य में उनकी पार्टी के अनुभवी ओबीसी नेता एकनाथ खडसे ने विद्रोह कर दिया है। बता रहे हैं गुलजार हुसैन
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सुशील मानव बता रहे हैं कि भारत में कोविड-19 के खिलाफ जंग में केरल ने जो मिसाल पेश की है उसके पीछे इस राज्य की समता व बंधुत्व पर आधारित बहुजनवादी संस्कृति, सरकार की स्पष्ट रणनीति और प्रशासन तंत्र द्वारा उसके ईमानदारी से कार्यान्वयन की महत्वपूर्ण भूमिका रही है
दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में भाजपा सांसद उदित राज ने मुलायम सिंह यादव को आरक्षण-विरोधी बता डाला। उनके इस बयान पर कार्यक्रम में जमकर हंगामा हुआ
BJP MP Udit Raj described Mulayam Singh Yadav as being against reservation at a function held New Delhi, leading to a commotion
अबतक उपलब्ध सारे आंकड़े बताते हैं कि देश में सवर्ण अल्पसंख्यक हैं। यानी उनकी आबादी अन्य समुदायों की तुलना में कम है। कम आबादी होने के कारण यदि दलितों और आदिवासियों के लिए स्पेशल कंपोनेंट प्लान बनाकर उनकी हिस्सेदारी तय की जा सकती है तो फिर सवर्णों के लिए भी इसे लागू किया जाना चाहिए। शेष राशि स्वत: ही ओबीसी के कल्याण के लिए इस्तेमाल की जा सकेगी। बता रहे हैं नवल किशोर कुमार :
All the figures we have obtained so far tell us that the upper castes are a minority. Because of their small populations, there are Special Component Plans for Dalits and Adivasis. Then, how about a SCP for the upper castes? The rest of the amount can be allotted to the OBCs
क्या शरद लालू प्रसाद के साथ जाएंगे, या फिर ढलती उम्र में अपना कोई अलग राजनीतिक संगठन खड़ा करेंगे? इन चर्चाओं से निस्पृह बिहार के राजनीतिक गलियारों में एक दूसरी ही चर्चा है। तकनीकी रूप से तो शरद यादव ही नीतीश कुमार को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा देने में सक्षम हैं और इसकी कोशिशें भी तेज हो गईं हैं। नवल किशोर कुमार की रिपोर्ट :
Will Sharad Yadav join Lalu Prasad’s RJD? Or, will he launch his own party? Yet another possibility is being talked about. Technically, it is Sharad Yadav who is capable of forcing Nitish Kumar out of the party and efforts to do just that have gathered momentum
फूलन देवी ने पटना के गांधी मैदान में अपने संगठन के कार्यकर्ताओं का आह्वान करते हुए कहा था कि वे अपनी बेटियों को पढ़ायें। उन्हें बुजदिल न बनाएं
During a speech in the city’s Gandhi Maidan, Phoolan Devi had appealed to the activists of her outfit to educate their daughters and not make them cowards
‘मैं हिन्दू क्यों नहीं हूं’ के लेखक प्रोफेसर कांचा आइलैया ने अपने चिरपरिचित अंदाज में कहा कि सीमा पर लड़ने के लिए ब्राह्मण रेजिमेंट, बनिया रेजिमेंट और जैन रेजिमेंट का गठन किया जाना चाहिए
The author of Why I am not a Hindu suggests in his usual rhetorical style that regiments of Brahmins, Banias and Jains, all of whom play no role in production, should be set up and sent to the warfront
देश की राजनीति के मैदान में इस समय दो प्रमुख खिलाड़ी हैं, यूपीए और एनडीए, जो क्रमश: कांग्रेस और भाजपा के नेतृत्व में हैं। इसलिए यह देखना दिलचस्प होगा कि इन दो शीर्ष पार्टियों के अंत:पुर में सामाजिक न्याय की क्या स्थिति है। यूपीए और एनडीए में भी उसकी स्थिति का आकलन करना होगा।
The message of the Karnataka Vidhan Sabha poll results is clear. The issues of social justice will be at the top of the political agenda now