हुल दिवस के मौके पर पढ़ें सुरेश जगन्नाथम का विशेष लेख। इसमें वह बता रहे हैं नियमगिरि पहाड़ियों में रहने वाले डोंगरिया कोंद व कुटिया कोंद समुदाय के लोगों द्वारा चलाए जा रहे आदोलन में उपयोग किए जाने वाले लोकगीतों के बारे में। उनके मुताबिक, यह वही परंपरा है जिसकी मुखर अभिव्यक्ति संथाल हुल से लेकर उलगुलान तक में होती है