ब्रह्मेश्वर मुखिया की हत्या को एक मिथक बनाने का प्रयास क्यों किया जा रहा है, यह समझना जटिल नहीं है। वजह यह कि आज भी बिहार के सामंती उसे भगवान मानते हैं और उनके भगवान की हत्या का पाप न तो सामंती ताकतों के सहयोग से बनी तत्कालीन राज्य सरकार के माथे पर लगे और न ही इसका श्रेय किसी गैर सवर्ण को मिले। जाहिर तौर पर इस मामले में कई पेंचोखम तो आयेंगे ही