आज भारत के एक वैकल्पिक इतिहास लेखन की जरूरत है, जिसमें दलित, आदिवासी, पिछड़े और अल्पसंख्यक सभी शामिल हों। हावर्ड जिन की पुस्तक ‘द पिपुल्स हिस्ट्री ऑफ अमेरिका’, जिसमें अमेरिका के संदर्भ में ऐतिहासिक तथ्यों का जनपक्षीय तरीके से विश्लेषण किया गया है, की तरह यह पुस्तक इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकती है। पढ़ें, स्वदेश कुमार सिन्हा की समीक्षा