गोंड समाज से जुड़े लोगों का मानना है कि भोपाल का नाम गोंड राजा जिन्हें भूपाल सिंह सल्लाम के नाम पर पड़ा है। वे आरोप लगाते हैं कि गोंड राज की यादें मिटाकर प्रदेश की भाजपा सरकार समाज के लोगों को उनके गौरवशाली इतिहास से वंचित रखना चाहती है। बता रहे हैं मनीष भट्ट मनु
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नंद कुमार बघेल के अनुसार लोग राज्य सरकार के निर्णय के खिलाफ थे। तुमाखुर्द के जिस जगह पर राम-लक्ष्मण की मंदिर बनाने की योजना राज्य सरकार ने बनाई थी लोगों ने वहां अशोक स्तंभ स्थापित कर बौद्ध विहार का शिलालेख लगा दिया है। तामेश्वर सिन्हा की खबर
Nand Kumar Baghel says that people of Tumarkhurd were against the decision of the state government to build a Ram temple. That is the reason they have erected an Ashok Stambh and laid the foundation stone of a Buddha Vihar at the place designated for the temple
बीते 7 नवंबर 2019 को महाराष्ट्र के कचारगढ़ में गोंडवाना दर्शन के संपादक और गोंडी भाषा के अध्येता सुन्हेर सिंह ताराम को उनकी प्रथम पुण्यतिथि पर याद किया गया। इस मौके पर विभिन्न राज्यों से गोंडी भाषा के बुद्धिजीवी जुटे। शताली शेडमाके की रिपोर्ट
वर्चस्ववादी संस्कृति के प्रतिवाद और प्रतिरोध की भारत में एक लंबी परंपरा रही है। इस क्रम में महिषासुर और रावण जैसे प्रतीकों को लेकर नए विमर्श सामने आए हैं। देश के कई हिस्सों में महिषासुर और रावण का सम्मानपूर्वक स्मरण किया गया। बता रहे हैं नवल किशोर कुमार
गोंड आदिवासियों के नेता कंगला मांझी की 34वीं पुण्यतिथि पर छत्तीसगढ़ के बलोद जिले के दुर्ग में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर सूबे के सभी जिलों से गोंड समाज के लोग शामिल हुए और एकजुट होने का संकल्प लिया। फारवर्ड प्रेस की खबर :
‘एक तीर-एक कमान, सब आदिवासी एक समान’ के उद्देश्य से 5 दिसंबर को मांझी सरकार की पुण्यतिथि पर कई राज्यों के गोंडवाना आदिवासी छत्तीसगढ़ के बलोद जिले के बघमार रिजर्व विकास क्षेत्र (दुर्ग) में जुटेंगे और अपने अधिकार फिर से वापस लेने का संकल्प लेंगे। फारवर्ड प्रेस की खबर :
Forward Press also publishes books on Bahujan issues. Forward Press books shed light on the widespread problems as well as the finer aspects of Bahujan (Dalit, OBC, Adivasi, Nomadic, Pasmanda) society, culture, literature and politics
करीब पचास वर्ष की आदिवासी महिला नेता सुकालो गोंड यूपी के सोनभद्र जिले की रहने वाली हैं। अग्रिम पंक्ति की आदिवासी महिला नेताअों में शुमार सुकालो वर्ष 2006 में वनाधिकार रैली का नेतृत्व करके चर्चा में आईं। जबरदस्त हौसले की धनी सुकालो गोंड के बारे में बता रहे हैं नवल किशोर कुमार :
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