अंग्रेजों द्वारा दिया गया क्रिमिनल टैग भले ही आजादी के बाद सरकारी दस्तावेजों में खत्म हो गया, लेकिन सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक स्तर पर विमुक्त, धुमंतू और अर्द्ध-घुमंतूओं के साथ आज भी वहीं व्यवहार किया जा रहा है। हालांकि केंद्र सरकार द्वारा गठित इदाते कमीशन ने अपनी रिपोर्ट दे दी है, परंतु सवाल जस के तस ही हैं