इस वर्ष रेणु की जन्मशती मनाई जा रही है। लेकिन बिहार की राजधानी पटना में उनकी स्मृति में बनाए गए हिंदी भवन के साथ राज्य सरकार उपेक्षापूर्ण व्यवहार कर रही है। उपेक्षा का भाव सूबे के साहित्यकारों के मन में भी इस कदर है कि यदि भवन को ढहा कर वहां सरकार मॉल भी बना दे तब भी उनकी आत्मा नहीं जागेगी। बता रहे हैं प्रणय