हरिद्वार के धर्म संसद तथा देश की राजधानी दिल्ली और दूसरी जगहों पर खुलेआम कुछ लोग हिन्दू राष्ट्र के लिए शपथ दिलाकर मुसलमानों का कत्लेआम करने के लिए हिंदुओं को उकसा नहीं रहे हैं? क्या इनलोगों को सत्ता का खुला संरक्षण प्राप्त नहीं है? क्या इस देश में मुसलमानों के जान की कोई कीमत नहीं है? क्या देश का कोई संविधान नहीं है? जवाब तलब कर रहे हैं अली अनवर