इस लेख में फूलन देवी के संघर्षों की कहानी का समाजशास्त्रीय विश्लेषण कर रहे हैं विद्याभूषण रावत, साथ ही वे फूलन के परिवार की वर्तमान स्थिति बता रहे हैं। यह लेख भारतीय राजनीति के अवसरवाद और वंचितों के भीतर बैठे ब्राह्मणवाद की भी खोज ले रहा है। रावत बता रहे हैं कि वंचित खुद अपने नायकों के साथ न्याय नहीं कर पाते